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उम्र का बढ़ना एक नेचुरल प्रक्रिया हैं, जिसे हम चाह कर भी रोक नहीं सकते हैं ।  बढ़ती उम्र में कैसे रखे अपना ख़याल और अपनों का, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ ही साथ शारीरिक और मानसिक छमता में  में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं ।  कही ना कही बचपन से धीरे – धीरे जैसे विकास होता हैं, वैसे ही बढ़ती उम्र में सभी चीजे घटने लगती हैं । 

बढ़ती हुई उम्र बचपन के जैसी होती हैं, जैसे हम एक छोटे बच्चे का ख़याल रखते हैं, वैसे ही हमे बुढ़ापे में अपना और अपनों का ख्याल रखना पड़ता हैं । बड़े लोग फिर से एक बार बच्चे बन जाते हैं, आप उनको कितने भी रूल्स बताये पर उनका दिल उनको नहीं मानता हैं , और कही मान भी लिया तो ये भी उनके लिए एक कठिन कार्य हैं । जैसे बच्चे को बिना मांगे बार – बार दिन में खाना देना , बीमार होने पर दवाई देना , उसकी बात को सुनना इत्यादि , वैसा ही मन और जरुरत बढ़ती हुयी उम्र के लोगो का हो जाता हैं।

बढ़ती उम्र में कैसे रखे अपना ख़याल
बढ़ती उम्र में कैसे रखे अपना ख़याल

ये एक बड़ा सच हैं की हम अपनी उम्र को रोक नहीं सकते हैं।  बढ़ती उम्र में हमे कही परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं –

  • कम दिखाई देना,
  • कम सुनाई देना,
  • शुगर की समस्या,
  • बी पी हाई या लो की समस्या,
  • कमजोरी या थकान,
  • दांतों की समस्या,
  • घुटनो का दर्द या शरीर के किसी अंग में दर्द

मतलब साफ हैं की जैसे – जैसे हमारी उम्र बढ़ेंगी हम शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर होते चले जाएंगे और ऐसे में आपकी अपने प्रति और अपनों के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ जायेगी, की कैसे उनका और अपना ख़याल रखे, ऐसे क्या चीजे करे जिससे हम और हमारे अपने स्वस्थ रहे । 

देखो एक बात समझ लो की कोई भी इस बदलाव को बदल नहीं सकता हैं, ये समय सबके साथ आता हैं और उसे इस समय के दौर से गुजर कर ही इस दुनिया से विदाई लेनी होगी, ये बात कड़वी हैं पर सच हैं, इसलिए ठीक हैं हम इस समय के तो नहीं रोक सकते हैं, लेकिन अपने और अपनों के लिए कुछ ऐसी जमीनी सुविधाओं की व्यवस्था कर सकते हैं, की जिससे उनका बुढ़ापा अच्छे से और शांति से बीते ।  कुछ लोग ऐसा भी सोच सकते हैं, की जो व्यक्ति जीवन के अंतिम पड़ाव पर हैं, उसे इतनी सुख और सुविधाओं की क्या जरुरत हैं, पर ऐसा सोचना ठीक नहीं हैं, बल्कि जो अंतिम पड़ाव पर हैं, उनको ही इन  सुविधाओं की सही मायने में जरुरत हैं ।  ऐसे लोगो के लिए कुछ मुख्य चीजों की व्यवस्था करे, जिससे सारी चीजे आसान हो जाएंगी और सही भी रहेंगी ।

  • आपके घर में कोई भी बुजुर्ग हैं या आप खुद बुजुर्ग हैं, तो आप एक इलेक्ट्रॉनिक केतली ले सकते हैं, जिससे आप खुद भी पानी गरम कर सकते हैं, और जब चाहे पी सकते हैं, क्योंकि बुजुर्ग लोग ज्यादा तर हर सीजन में गरम या गुनगुना पानी ही पीना प्रेफर करती हैं, इस फिजूल खर्ची बिलकुल ना समझे , ये बड़े काम की चीज हैं ।
  • घर में वाटर पूरिफिएर, गीजर, एयर कंडीशनर, फुल्ली आटोमेटिक वाशिंग मशीन, सोने के लिए आरामदायक बिस्तर इत्यादि आदि की व्यवस्था करे, अगर आपका बजट कम हैं तो धीरे – धीरे करे, पर करे जरूर क्योंकि ऐसा करने से आपकी जिंदगी और बढ़ जायेगी ।  उम्र के बदलाव को रोक तो नहीं सकते हैं, पर इसका सामना कैसे करना ये बाखूबी पता होना चाहिए ।
  • परमानेंट डॉक्टर के संपर्क में रहे, समय – समय पर चेक अप कराते रहे।  परमानेन्ट डॉक्टर या फॅमिली डॉक्टर होने से एक ये भी आराम रहती हैं, की अचानक जरुरत पड़ने पर आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क करने में सक्षम होंगे, या छोटी – मोटी प्रॉब्लम होने पर आप फ़ोन पर ही बात करके मेडिसिन्स ले सकते हैं ।
  • अपने खाने पीने पर खूब ध्यान दे, जो भी खाये हेअल्थी खाये और अपने शरीर की बीमारी या समस्या के हिसाब से संतुलित खाये ।  अपने खाने में लिक्वीड और सलाद को शामिल करे, क्योंकि ये आपका खाने को पचने में मदद करेगा , ज्यादा तला भुना या बाहर का ना ही खाये तो अच्छा।  सुबह और शाम का खाना जल्दी और समय से खाये, मतलब डिनर का समय पहले से निर्धारित करे और उसे रोज फॉलो भी करें, ऐसा करने से आप अच्छी और सही दिनचर्या को फॉलो करने में सक्षम होंगे ।
  • अपने शरीर की छमता के अनुसार योगा, मैडिटेशन, वाक और रन करे, कुछ लोग उम्र बढ़ने पर ये चीजे बिलकुल छोड़ देते हैं, ऐसा ठीक नहीं हैं आप चाहे खड़े होकर धीरे – धीरे अपने हाथ पैर को हिलाये – डुलाये, या घर पर या बाहर जाकर सुबह – शाम टहले , घर के कामो में भाग ले इत्यादि , ऐसा करने से आप एक तो जीवन पर्यन्त एक्टिव रहेंगे और बीमारी मुक्त रहेंगे ।
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